Worldometers के अनुसार दुनिया की कुल जनसंख्या 7 अरब 87 करोड़ 85 लाख से भी अधिक है। हर दिन लाखों की संख्या में जनसंख्या बढ़ती जा रही है। फिलहाल दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश चीन है, जबकि दूसरे स्थान पर अपना प्यारा भारत है।

दुनियाभर में बढ़ती जनसंख्या की परेशानी का एक बड़ा कारण है अशिक्षा, बेरोजगारी, भुखमरी और गरीबी जो कि अनियंत्रित होती जा रही है। वर्ल्डोमीटर्स की जानकारी के अनुसार, इस समय दुनिया की कुल जनसंख्या 7 अरब 87 करोड़ 85 लाख से भी अधिक है।
हर दिन लाखों की संख्या में जनसंख्या बढ़ रही है। फिलहाल दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश CHINA है, जबकि दूसरे स्थान पर भारत है। चीन की जनसंख्या जहां एक अरब 44 करोड़ से अधिक है, तो वही INDIA की जनसंख्या एक अरब 39 करोड़ से अधिक है।
बढ़ती जनसंख्या से निपटने के लिए परिवार नियोजन जैसे समाधान मौजूद हैं, लेकिन लोगों में इसकी जागरूकता की कमी है। दुनियाभर में इसी बढ़ती आबादी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 11 जुलाई को वर्ल्ड पॉपुलेशन डे मनाया जाता है।

कैसे की गयी शुरुआत ?
11 जुलाई 1989 को संयुक्त राष्ट्र ने आम सभा में विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का फैसला किया था। साल 1987 तक दुनिया की जनसंख्या पांच अरब के पास पहुंच चुकी थी, जो चिंता का विषय बन गई थी। इसीलिए दुनियाभर के लोगों को बढ़ती जनसंख्या के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाने की शुरुआत की गई।
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 की थीम
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 की थीम है- “8 बिलियन की दुनिया: सभी के लिए एक लचीला भविष्य की ओर – अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना। हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस बार 30वां विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया।

विश्व जनसंख्या दिवस का महत्त्व
विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में बात की जाती है। जिसमें गरीबी, जच्चे-बच्चे का स्वास्थ्य, लैंगिक समानता, परिवार नियोजन, मानव अधिकार, गर्भनिरोधक दवाओं के प्रयोग से लेकर सुरक्षित यौन संबंधों जैसे समस्याओं पर चर्चा की जाती है।