Delhi Govt Inmate Programmes दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री तिहाड़ जेल में बंद कैदियों को स्किल ट्रेनिंग और शिक्षा मुहैया कराने का ऐलान किया है। मनीष सिसोदिया ने खुद इसकी जानकारी मीडिया को दी।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से जेल की अवधि पूरी करने के बाद कैदियों को समाज में फिर से जुड़ने में मदद मिलेगी। दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ा रहे टीचर्स कैदियों की एजुकेशनल बैकग्राउंड और संभावित स्किल की पहले तो पूरी स्टडी करेंगे।
उपमुख्यमंत्री जेल में बंद कैदियों के साथ काम करने वाले टीचर्स और शिक्षा विभाग के महानिदेशक संदीप गोयल, सचिव शिक्षा अशोक कुमार और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग ली थी।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘हमारी सरकार का उद्देश्य है कि सही शिक्षा ही लोगों के बीच सही मानसिकता स्थापित करने और उन्हें बेहतर एवं सार्थक जीवन जीने में मदद करने का एकमात्र तरीका है।’
उन्होंने कहा, ‘तिहाड़ जेल में करीब 20 हजार कैदी बंद हैं।’ सिसोदिया ने ये भी बताया, ‘इस प्रोजेक्ट के तहत हमारे सभी टीचर्स कैदियों से उनके एजुकेशनल बैकग्राउंड और स्किल जरूरतों को अच्छे से समझने के लिए बात करेंगे। उस रिपोर्ट के आधार पर कार्यक्रम को आयोजित किया जायेगा।
इसके अलावा रिसर्च से सरकार को एजुकेशन सिस्टम में रहने वाली खामिया पता चलेगी और उन्हें समझने में भी मदद मिलेगी। शिक्षा न मिलने से समाज में अभी भी अपराध हो रहे हैं।

उन्होंने टीचर्स को बहुत ही लगन और संवेदनशीलता सै कैदियों के साथ बातचीत करने का निर्देश दिया। मनीष सिसोदिया ने कहा कि टीचर्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे बातचीत के दौरान कैदियों की बेहतरीन स्किल को समझ सकें और भविष्य में काम करने के लिए उनकी रुचि के हिसाब से उस फील्ड को उजागर कर सकें।
पहले से ही आयोजित स्किल प्रोग्राम

दिल्ली सरकार के माध्यम से पहले से ही तिहाड़ जेल में एजुकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है, जहां शिक्षा निदेशालय द्वारा नियुक्त सरकारी टीचर्स द्वारा साप्ताहिक क्लासेज संचालित की जाती है। डिप्टी सीएम ने कहा कि ये टीचर्स अब इस कार्यक्रम के साथ साथ दिल्ली सरकार का समर्थन भी करेंगे।