अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से एक काम जरूर करना चाहिए, वह है तैरना। इंडिया में सभी लोगो को तैरना आता होगा पर वे लोग कभी कभी ही तैरते होंगे। तैरना एक ऐसी क्रिया है जिसमे शरीर के सभी अंग काम करते है। जो हमारे दिल को स्वस्थ रखते है।

लम्बे समय से जूझ रहे दिल की बीमारी और बढ़ते ब्लड प्रेशर से छुटकारा पाने के लिए रोज तैरना जरुरी है। इसके कई फायदे है जिसमे वजन कम रहता है, मसल्स मजबूत हो जाती है, फैट नहीं जमता, शरीर की Capacity और Power को बढ़ा देता है।
तैरना एक एरोबिक एक्सरसाइज के अंतर्गत आता है, जो आपके दिल को स्टेबल और शक्ति देने के साथ ब्लड को पम्प करके उसकी Efficiency को भी बढ़ा देता है। रोज 30 मिनट समय देकर तैरने से दिल से जुड़ी सभी बीमारियों का खतरा 30 से 40% तक कम हो जाता है।

तैरने से हाई ब्लड प्रेशर कम होगा, बल्कि गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाता है। तैरने से शरीर को कई लाभ प्राप्त होते है और एनर्जी लेवल भी बढ़ जाता है।
सामान्य हो सकता है हार्ट रेट

दिल एक मसल्स की तरह काम करता है। इसका अधिक इस्तेमाल करके इसे और ज्यादा मजबूत बना सकते हैं। दिल हर एक धड़कन के साथ ब्लड को पंप करने का काम करता है। जिससे सम्पूर्ण शरीर में रक्त का प्रवाह बना रहता है।
अगर हार्ट बीट सामान्य है तो दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम ही हो जाता है। एक सामान्य हैल्थी इंसान की लोअर रेस्टिंग हार्ट बीट 60-70 बीट प्रति मिनट होती है। जबकि तैराकों में ये 40 हार्ट बीट प्रति मिनट।
ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है

बस रोज 30 मिनट की स्विमिंग और अपने हाई ब्लड प्रेशर को धीरे धीरे कम किया जा सकता है। यह एक एरोबिक व्यायाम है जिससे दिल मजबूत बनता है। ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा तो हार्ट की दिक्कत भी नहीं रहेगी। और हफ्ते में 2.5 घंटे व्यायाम करना भी हार्ट के लिए बहुत ही सेहतमंद बताया गया है।
गहरी सांस छोड़ी और ली जा सकती है

एक तैराक सामान्य व्यक्ति की तुलना में उससे ज्यादा लंबी और गहरी सांस लेता और छोड़ता है। वजह ये है कि तैरने से शरीर की मांसपेशियां व हार्ट बीट अच्छी हो जाती होती है। आपके फेफड़े और अधिक क्षमता से ज्यादा काम करने लग जाते है। आप सभी लोग जितना ज्यादा तैरते हैं उतना ही अधिक आपका दिल व सांस में सुधार आता है।
ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है
हार्ट बीट सामान्य रहती है तो ब्लड ले जाने वाला पंप अच्छे से कार्य करेगा जिससे पुरे शरीर में ब्लड का प्रवाह सही समय और अच्छे से होता रहता है। इससे आने वाले लकवा, पैर शून्य आदि की समस्याए नहीं होगी।

लोग तैरने तो जाते है पर सीरियस होकर नहीं तैरते, मेहनत करने से बचते है और अगर करते भी है तो नियमित रूप से नहीं कर पाते। अगर अपने स्वास्थ्य की चिंता है तो तैरना शुरू करे, दिए गए समय तक ही तैरे। इस प्रकार से सभी लोग स्वस्थ रह सकते है।