रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहली बार पहुंची मध्य प्रदेश ने मुंबई के बेहतरीन अच्छे स्कोर का जवाब, अपने मजबूत स्कोर से दिया, उसके लिए यश दुबे ने मैच के तीसरे दिन शानदार शतक लगाकर मध्यप्रदेश को मुंबई के बराबर लाकर खड़ा कर दिया।

मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सरफराज खान के शतक के दम पर 374 रन बनाए थे, इसके जवाब में मध्य प्रदेश ने अपनी शुरुआत अच्छे से करते हुए बेहतरीन खेल दिखाया, मध्य प्रदेश ने दिन की शुरुआत एक विकेट के नुकसान से की, यश ने अपनी पारी को 44 रनों से आगे बढ़ाया और अपना बेहतरीन शतक पूरा किया।
मध्यप्रदेश ने मुंबई के गेंदबाजों को कोई सफलता हाथ नहीं लगने दी और उन पर लगातार हावी रहे। जानकारी के लिए बता दे की मध्य प्रदेश 23 साल बाद Ranji Trophy का फाइनल खेल रही है।
यश ने मनाया K.L. Rahul वाला सेलिब्रेशन

जैसे ही यश का शतक पूरा हुआ, उन्होंने क्रिकेटर के एल राहुल की याद दिलाई। उन्होंने अपना हेलमेट निकालते हुए दोनों कानों में उंगली डाल कर आंखें बंद कर लीं। वैसे तो के एल राहुल शतक लगाने के बाद इस तरह का सैलिब्रेशन करते हैं, जोकि ये उनका ट्रैडमार्क है। इसके पीछे राहुल का उद्देश्य ये बताना होता है कि वह अपने आलोचकों की बातों को ज्यादा ध्यान नहीं देते और अपना काम करते रहते है है जो की रन बनाना है। ऐसा ही कुछ संदेश यश ने दिया।
शुभम शर्मा के साथ मिलकर पारी संभाली

मैच के दूसरे दिन मध्य प्रदेश का एक विकेट गिर गया, टीम के सलामी बल्लेबाज और यश के जोड़ीदार हिमांशू मंत्री 31 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे। लेकिन इसके बाद यश ने अपने पैर जमाए रखे और मुंबई के गेंदबाजों को पूरी तरह सें बैकफुट पर धकेल दिया। शुभम शर्मा ने उनका पूरा साथ दिया और दोनों ने मिलकर एक शानदार शतकीय साझेदारी को अंजाम दे डाला। इस साझेदारी के दम पर मध्यप्रदेश टीम अपनी मजबूत स्थिति में पहुंच गयी।
मुंबई के सरफराज की बेहतरीन पारी

Ranji Trophy Final मैच में पहला शतक जमाया मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान ने। सरफराज ने पहली पारी में 134 रन बनाए और 243 गेंदों का सामना करते हुए 13 चौके और दो छक्के जड़े। उनके बाद मुंबई के लिए यशस्वी जायसवाल ने 78 रनों की पारी खेली, अपनी पारी में बल्लेबाज ने सात चौके और एक छक्का मारा। कप्तान पृथ्वी शॉ अपना अर्धशतक लगाने से चूके और 47 रन बनाकर आउट हो गए।