राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की प्रबल उम्मीदवार और झारखण्ड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को NDA द्वारा अगले राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। उन्हें Z+ की सुरक्षा भी प्राप्त हो गयी है। सीआरपीएफ के कमांडो अब झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू और आदिवासी नेता की सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहेंगे। ओडिशा में शिव मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद वहा पर साफ सफाई भी की।

NDA ने अपनी पार्टी की तरफ से मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। विपक्षी दलों की तरफ से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया गया है। ये पहले बीजेपी के नेता थे, लेकिन बाद में उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस जॉइन कर ली। विपक्षी दलों की तरफ से एक कैंपेन कमिटी यशवंत सिन्हा के प्रचार के लिए बनायी गयी है।
64 वर्षीय एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू बुधवार सुबह मयूरभंज जिले में जो ओडिशा में पड़ता है, वहा रायरंगपुर जगन्नाथ मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की और झाड़ू लगाकर मंदिर परिसर मे सफाई की। ये उनका जनम स्थान भी है। वह आदिवासी स्थल जहिरा भी गईं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने द्रौपदी मुर्मू को वीआईपी प्रोटेक्शन देने का निर्देश जारी किया, जिसमे मुर्मू को संभावित खतरे की आशंका को देखते हुए उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी देने का निर्णय लिया गया है, अब सीआरपीएफ के 14 से 16 जवान हर वक्त उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे, रायरंगपुर में मुर्मू के घर की सुरक्षा भी यही करेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा की, “द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया है, उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है, उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है, मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश के लिए एक महान राष्ट्रपति सिद्ध होंगी।” मुर्मू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया की उन्हें देश के सर्वोच्च पद की उम्मीदवार बनने में काफी ख़ुशी प्राप्त हुई और उन्होंने कभी नहीं सोचा था की उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुना जायेगा।