ISRO’s maiden SSLV mission failed: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का हाल ही में लांच किया गया सेटेलाइट मिशन फेल हो गया, रविवार के दिन ISRO ने छोटे रॉकेट से दो सेटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजने के लिए सेटेलाइट लांचिंग की प्रक्रिया पूरी की थी।
दोनों सैटेलाइट अंतरिक्ष में पहुँच गए लेकिन कुछ उनकी खामियों की वजह से दोनों सेटेलाइट दूसरे ऑर्बिट में चली गए, जिसके फल स्वरुप धरती से सम्पर्क टूट गया और सेटेलाइट्स ने डेटा ट्रांसफर करना बंद कर दिया।
ISRO ने दी जानकारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस बात की जानकारी दी जिसमें उन्होंने कहा कि हमने 2 सेटेलाइट को लांच किया था जो गलती से दूसरे ऑर्बिट में चले गए और इस तरह से ISRO maiden SSLV mission फेल हो गया अब वह दोनों सेटेलाइट किसी काम के नहीं है।
देशभर के छात्रों ने बनाया था सेटेलाइट
इसरो ने Small Satellite Launch Vehicle (SSLV D1) के जरिए देशभर के 750 छात्रों द्वारा बनाए गए छोटे-छोटे सेटेलाइट लॉन्च करने का मिशन संपन्न किया था।
यह मिशन श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) से शुरू हुआ था जिसके तहत मिनी रॉकेट के जरिए 75 पे लोड को अंतरिक्ष में भेजा जाना था इस मिनी रॉकेट में दो Azadi Sat सेटेलाइट्स भेजे गए थे।
आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा था
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के बाद भारत सरकार ने इस वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया था इसी फैसले के तहत हर घर तिरंगा अभियान भी चलाया गया एवं देशभर के 750 स्कूलों में पढ़ रही छात्राओं के द्वारा आजादी सेट नाम का सेटेलाइट अंतरिक्ष में छोड़ा जाना भी आजादी के अमृत महोत्सव का ही हिस्सा था।
ISRO maiden SSLV Mission Failed
ISRO चीफ एस सोमनाथ के अनुसार हम रॉकेट से एवं सेटेलाइट से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते रहे लेकिन हमारा सारा प्रयास असफल रहा और सेटेलाइट से संपर्क पूरी तरह समाप्त हो गया है
इसरो ने मिनी रॉकेट मिशन के जरिए EOS-02 और Azadi Sat के दो सेटेलाइट अंतरिक्ष में भेजने की कोशिश की थी यदि ISRO maiden SSLV mission सफल हो जाता तो 7 अगस्त भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता।