हमारा भारत Developing Economy से शाइनिंग इकोनॉमी की तरफ धीरे धीरे बढ़ रहा है। देश के विकास के पीछे महिलाओं का एक बहुत बड़ा योगदान माना जा रहा है। एक वक्त था जब महिलाएं चार दीवारी में कैद रह जाती थी और बाहर आना बहुत ही मुश्किल हुआ करता था।
अब महिलाएं बढ़चढ़ कर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर एक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा करके आगे बढ़ रही हैं। Business, एजुकेशन, एंटरटेनमेंट से लेकर IT आदि कई क्षेत्रों में महिलाएं अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं।

वहीं दूसरी तरफ देश में आज भी ऐसी महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा है, जो आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से काफी कमजोर हैं। ऐसे में इन महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें विभिन्न योजनाओं को चला रही हैं।
इन योजनाओं का उद्देश्य ही है कि देश में महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना और उनको आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे वो खुद आगे बढ़ सके और देश की प्रगति में योगदान दे सके।
यहाँ पर 5 योजनाए बताई जा रही जिसमे जानेगे कैसे ये महिलाओ के लिए उपयोगी है-
मुफ्त सिलाई मशीन योजना

हमारे देश में एक बड़ी आबादी गरीब और श्रमिक महिलाओं की रह रही है। अपने जीवन में गुजर बसर करने के लिए इन महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं की इसी समस्या को देखते हुए भारत सरकार ने गरीब और श्रमिक महिलाओं को Free Silayi Machine देने की योजना शुरू की है।
देश के हर राज्य में 50 हजार से अधिक महिलाओं को मुफ्त में सिलाई मशीन सरकार देगी। महिलाएं मुफ्त में सिलाई मशीन पाकर खुद का कोई भी Employment शुरू कर सकेंगी।
सुकन्या समृद्धि योजना
इस योजना का उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना है। इस योजना का लाभ पाने के लिए आपको अपनी बेटी का खाता 10 साल की उम्र होने से पहले ही खुलवाना होगा। इसमें आप न्यूनतम 250 रुपये का निवेश कर सकते हैं। इसमें आप अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक Invest कर सकते हैं।

निवेश करने के बाद आप अपनी बेटी की शादी या उसकी पढ़ाई को लेकर बेफिक्र हो जायेगे। ऐसे में ये योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प है। यह योजना बेटी और उसके अभिभावक दोनों की मदद के लिए शुरू की गयी है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
इस योजना की शुरुआत भारत सरकार ने साल 2015 में की थी। इस योजना का उद्देश्य बालिका लिंग अनुपात में आ रही गिरावट को रोकना और देश में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना उन महिलाओं की मदद भी कर रही है, जो घरेलू हिंसा का शिकार हो जाती हैं।

महिला शक्ति केंद्र योजना

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त करना और आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना की शुरुआत साल 2017 में की गई थी। योजना के अंतर्गत देशभर में महिलाओं को सामाजिक भागीदारी के जरिए सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
ऐसी महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा है, जिनके पास LPG GAS CYLINDER नहीं है। ये महिलाएं आज भी लकड़ी, उपले या दूसरे साधनों का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए करती हैं।

ऐसे में खाना बनाते समय रसोई घर में काफी धुआं भर जाता है। इस कारण महिलाओं को खाना बनाते समय काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है।
इसके अलावा उनको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी घेर सकती हैं। महिलाओं की इसी परेशानी को देखते हुए भारत सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी।