Bihar School 9th Admission बिहार सरकार के माध्यम से पुरे राज्य में 9वीं में एडमिशन के लिए प्रवेशोत्सव-विशेष नामांकन अभियान-2022 प्रारम्भ किया है। इसके तहत बिहार के सरकारी स्कूलों से 8वीं की परीक्षा देकर पढ़ाई छोड़ चुके सभी स्टूडेंट्स को खोजा निकाला जाएगा, साथ ही 9वीं में एडमिशन क्यों नहीं लिया और इसके पीछे क्या कारण था, इन सब कारणों को अच्छे से सुना जाएगा।

प्रवेशोत्सव-विशेष नामांकन अभियान-2022
1 जुलाई से बिहार सरकार प्रवेशोत्सव-विशेष नामांकन अभियान-2022 की शुरुआत करेगी। जो 15 जुलाई तक जारी रहेगा। राज्य शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा पटना राजेंद्रनगर में राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय में इस अभियान का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के तहत उनकी मौजूदगी में स्कूल के प्राचार्य ने एक एक स्टूडेंट्स का 9वीं में दाखिला लिया। शिक्षा मंत्री ने बिहार के सभी जिलों में लोगों को जागरूक करने के लिए एक नामांकन रथ भेजा है।

उन्होंने ये भी कहा है कि 8वीं के बाद 18 प्रतिशत छात्रा और 17 प्रतिशत छात्र 9वी में प्रवेश नहीं लेते हैं बल्कि 8वीं के बाद पढ़ाई ही छोड़ देते हैं, ऐसे में उन बच्चों को फोकस कर इस अभियान के तहत उन्हें प्रेरित किया जाता है, जिससे वे आगे की पढ़ाई करने में मन लगाए। शिक्षा मंत्री ने समाज के सभी वर्गों, जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों और अभिभावकों से अभियान को सफल बनाने के लिए पुरे तन मन से आह्वान किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी हाईस्कूल के क्षेत्र में कोई भी 8वीं पास विद्यार्थी 9वीं की पढ़ाई से वंचित न रह जाये।

9वीं से 12वीं की पढ़ाई बच्चों के करियर को बनाने में बहुत बड़ा सहयोग करती है, उनके ज्ञान को बढाती है और करियर के लिए नए नय रास्ते बनाने का मौका भी देती है। जीवन में आत्मनिर्भर अगर बनना है तो ये बेहद जरूरी है, की इस उम्र में बच्चे जल्द सीखने की क्षमता को बढ़ाये और अपने कौशल को भी निखारे, यही समय होता है कि बच्चें अपने जीवन में आगे बढ़ें। इसलिए 8वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देने वाले बच्चों को 9वीं में प्रवेश देना जरूरी है।